The Theory... भाग -1
Chapter-1: Missing " रविवार को यानी कि 17 सितंबर को मैं, Black Swan theory पर सेमिनार के सिलसिले में पुणे के लिए रवाना हुआ, तब मधुलिका घर पर थी. पुणे पहुंचकर जब मैंने मधुलिका को कॉल किया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ था. उस वक़्त तो मैने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और सेमिनार अटेंड करने के लिए निकल गया. सेमिनार खत्म होने के बाद मैंने मधुलिका को दोबारा कॉल किया, लेकिन मधुलिका का मोबाइल तब भी स्विच ऑफ ही था. इसलिए मैंने सोचा कि मधुलिका जरूर अपने किसी फ्रेंड के साथ पार्टी कर रही होगी या फिर कहीं घूमने गई होगी” " आपको कैसे पता कि मधुलिका अपने किसी दोस्त के यहां होगी... मेरा मतलब.. आप तो पुणे में थे....फिर आपको कैसे.. "मुझे बीच में ही रोक कर इंस्पेक्टर माधुरे ने पूछा.. "मैं उसका हसबैंड हूं, इंस्पेक्टरऔर उसकी आदत है कि वह जब भी किसी पार्टी या फंक्शन में होती है तो अपना मोबाइल अक्सर बंद कर लेती है" "और वो ऐसा क्यों करती है ?" "मधुलिका को उस दौरान कोई डिस्टर्ब करें,यह उसे पसंद नहीं... लेकिन अक्सर वह ऐसा करने से पहले मुझे बता देती थी.." अपने सिर पर हाथ फेर कर मैंने माधुरे से कहा "लीजिए करन साहब, चाय पीजिए... "चाय का कप मेरी तरफ बढ़ाते हुए माधुरे बोला.... "फिर आगे आपने क्या किया, जब मधुलिका का फोन बंद ही रहा तो...?" "सेमिनार ख़त्म होते -होते रात हो चुकी थी… मैं थक भी चुका था … इसलिए मैंने फिर कोई कॉल नहीं किया और डिनर करके सो गया. लेकिन मैंने उसके अगले दिन कॉल किया, यह सोचकर कि शायद वह मुझे बताना भूल गई हो... लेकिन मधुलिका का मोबाइल दूसरे दिन भी....." " स्विच ऑफ था... "चाय की चुस्कियां लेते हुए माधुरे ने मेरी बात पूरी की.... "खैर, कंटिन्यू कीजिए" "जब अगले दिन भी मधुलिका का मोबाइल स्विच ऑफ ही रहा तो मैंने अपने कुछ दोस्तों को कॉल किया जिनके यहां मधुलिका अक्सर जाया करती थी. पर उनमें से किसी को भी मधुलिका के बारे में कुछ नहीं मालूम था और तब मैंने मधुलिका के मम्मी पापा से बात की.... पर मधुलिका वहां भी नहीं थी और ना ही उन्हें उसके बारे में कुछ पता था. मैंने अपने एक दोस्त अजय को मेरे घर जाने के लिए कहा जिसके थोड़ी देर बाद अजय ने मुझे बताया कि मेरे घर पर तो ताला लगा हुआ है." " मुझे उन सभी लोगों के नंबर और एड्रेस दीजिए, जिनसे मिलने मधुलिका जी जाया करती थी... "चाय का खाली कप टेबल पर सरकाते हुए माधुरे बोला.. मैंने इंस्पेक्टर को मधुलिका के सभी दोस्तों की जानकारी दी और पुलिस स्टेशन से बाहर आ गया. मधुलिका से मेरी शादी को 2 साल हो चुके थे और यदि पिछले कुछ महीनों को छोड़ दिया जाए तो हम दोनों ही बहुत खुशी जीवन बिता रहे थे. पर पिछले कुछ दिनों से मधुलिका का व्यवहार थोड़ा अजीब हो गया था. वह मुझसे हर छोटी-छोटी बात पर झगड़ा करने लगी थी. मुझे मालूम है कि इंसान को अपनी गलती कभी नहीं दिखती लेकिन उसके साथ उन झगड़ों में सच में मेरी कोई गलती नहीं थी. अब भला दूध वाला देरी से दूध पहुंचाए तो इसमें मेरी क्या गलती ? कई बार तो मुझे ऐसा लगता जैसे वह जानबूझकर यह सब कर रही थी. वो जानबूझकर मुझेसे झगड़ रही है . Chapter-2: The Affair मैं आज भी कोसता हूं उस दिन को जब यह सब शुरू हुआ था. मैं कुछ महीने पहले अपने एक पुराने दोस्त देवेंद्र की शादी की सालगिरह में मधुलिका के साथ गया था. वही मधुलिका की मुलाकात देवेंद्र से हुई थी और जब सालगिरह का जश्न खत्म हुआ, तो मैं वापस अपने घर जाने की तैयारी करने लगा. लेकिन तभी देवेंद्र ने मुझे थोड़ी देर और रुकने के लिए कहा और मैं मान गया. मैं, मधुलिका, देवेंद्र और देवेंद्र की पत्नी लावन्या.... स्विमिंग पूल के पास बैठे हुए हंसी मजाक कर रहे थे और उसी समय जब मेरी बीयर खत्म हुई तो मैंने देवेंद्र को इशारा किया कि वह और बीयर लाए... " कितना पीता है बे...सब खत्म कर दिया" " मुफ्त की जो है.. जा जल्दी से दूसरी लेकर आ.. "खाली हो चुकी बीयर की बोतल को स्विमिंग पूल में फेंक कर मैंने देवेन्द्र की पत्नी से कहा… "और भाभी, सब बढ़िया.... ये बकलोल, आपको ज्यादा परेशान तो नहीं करता" जिसके बाद लावन्या हंसने लगी थी. मैंने उस रात और भी बहुत फिजूल की बातें करके सबका दिल बहलाया और जब वहां रखी बीयर की आखिरी बोतल, आखरी बूंद भी खत्म हो गई तो मैं वहां से उठा... और बिना कुछ बोले उठ कर सीधे अंदर जाने लगा... " कहां जा रहा है बेवड़े..." " मुझे मालूम था कि ऐसा कुछ होगा... मुझे मालूम था कि तू कंजूसी करेगा... इसीलिए थोड़ा माल मैं अपने कार में लेकर आया हूं.. तुम सब रुको मैं आता हूं..." " देवेंद्र, मैं सोने जा रही हूं...." मैं अभी वहां से चलकर थोड़ी दूर ही आया था कि मुझे लावन्या की आवाज सुनाई दी वहा से मैं सीधे अपनी कार के पास पंहुचा और ब्लैक डॉग का एक बंपर निकाल कर मैं वापस मुड़ा ही था कि... लावन्या मुझे ठीक मेरे सामने खड़ी हुई दिखाई दी. जिसे देखकर मैं मुस्कुराया... क्योंकि हम दोनों के बीच आज के जश्न के दौरान आँखों ही आँखों में … एक ऐसा रिश्ता पनप चुका था, जो समाज की नजर में, मेरे दोस्त की नजर में, मेरी बीवी की नजर में, यहां तक कि मेरी नजर में भी गलत था. जिसकी नीव मेरी देवेंद्र से उसके घर में हुई कुछ मुलाकातों ने रख दी थी… जहा मैंने एक बार देवेन्द्र की अर्धांगनी लावन्या को अन्तरंग वस्त्रो में देख लिया था . बस वही से एक -दुसरे के शरीर को पाने की वासना ने हमें ये कदम उठाने पर मजबूर कर दिया… उस दिन लावन्या को अन्तरंग वस्त्रो में देख मैंने खुद को कैसे भी करके कण्ट्रोल कर लिया … लेकिन मेरे अन्दर लावन्या के लिए वासना जागृत हो चुकी थी . मुझे मालूम है कि, ये गलत है…. लेकिन फिर भी मुझे यह अच्छा लगता था और यही चीज मेरे लिए मायने रखती थी... बाकी सही गलत का फैसला मैंने किस्मत पर छोड़ दिया था. "When a woman smiles too much, do not trust her ….”लड़खड़ाते हुए लावण्या के पास जाकर मैंने कहा... “कहीं आपका कोई गलत इरादा तो नहीं, मैम.. मैं शादीशुदा हूं.....” "शादीशुदा तो मैं भी हूं..." मेरे करीब आकर लावन्या बोली. लावन्या मेरे करीब आते हुए इतने करीब आ गई कि उसका सीना मेरे सीने से स्पर्श होने लगा .. हम दोनों बहुत देर तक एक दूसरे को ऐसे ही खड़े देखते रहे और फिर मैंने अपने पैंट के ऊपर लावन्या का हाथ महसूस किया... Chapter-3: The Investigation मधुलिका के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराने के 4 दिन बाद मैं आज फिर पुलिस स्टेशन में था और मुझे पुलिस स्टेशन में देखते ही माधुरे बोल पड़ा... " अच्छा हुआ आप आ गए, थोड़ा और देरी करते तो मैं राउंड पर निकल जाता... चाय पिएंगे..? अरे पिएंगे ही... द्विवेदी जी, दो कप चाय भेजना तो..." " नहीं.. मैं नहीं पियूंगा.." " अरे ! तो हम ही पी लेंगे 2 कप... चाय पीने कौनो नुकसान थोड़ी है.... "अपना दांत फाड़ते हुए इंस्पेक्टर माधुरे ने कहा.". जी हमें, मधुलिका जी की कॉल डिटेल चेक की है. इसमें एक नंबर पर बहुत बार कॉल किया गया है... शुरू में हमने सोचा कि वह आपका नंबर होगा.. लेकिन फिर जब नंबर की जांच पड़ताल किया तो वह आपके दोस्त देवेंद्र का था..." " शायद, लावन्या की वजह से... दोनों दोस्त थी..." " कमाल है करन साहब... लावन्या तो पिछले 1 महीने से देवेंद्र के साथ नहीं रह रही है... वह दोनों तो उनकी पिछली सालगिरह के पार्टी के कुछ हफ्ते बाद ही अलग-अलग रहने लगे थे , फिर मधुलिका जी ने बार-बार देवेंद्र को कॉल क्यों किया ? चलो, मान लेते हैं कि एक दो बार जब लावन्या जी का फोन नहीं लगा होगा तब उन्होंने देवेंद्र जी का नंबर मिला दिया होगा गलती से.. गलती से…. लेकिन इतनी गलती...? अब मेरा एक सवाल है... क्या आपको अपनी पत्नी और आपके दोस्त के बीच में क्या चल रहा था.. इसके बारे में कुछ पता था ? या कुछ पता है ? " "यह आप क्या बात कर रहे हैं... मधु को आपने समझ क्या रखा है.. वह मेरी पत्नी है और... "गुस्से से कांपते हुए मैं चीखा " कंट्रोल.. करन जी.. हम शांत हैं इसका मतलब यह नहीं कि शांत ही रहेंगे. द्विवेदी जी.. साहब के लिए एक चाय मंगाओ... " मेरे कंधे पर हाथ रखते हुए इंस्पेक्टर माधुरे बोला "मुझे नहीं पीनी कोई चाय..." "अरे हम पी लेंगे... द्विवेदी जी, एक कप का आर्डरअब मार ही दो .. वो क्या है कि अब बात निकली है तो दूर तलक जायेगी… वैसे भी चाय पीने में कौनो नुकसान थोड़ी है... तो कहां थे हम करन साहब ....? हां ! क्या आपको मालूम था कि मधुलिका जी और देवेंद्र जी का अवैध संबंध था... और अबकी बार ठंडे दिमाग से जवाब दीजिएगा.. वरना कहीं हम गर्म हो गए तो... खैर कोई बात नहीं.. मुझे यकीन है कि आप जवाब देंगे" " नहीं.. मुझे कोई जानकारी नहीं थी और ना ही ऐसा कुछ उन दोनों के बीच था… ऐसा हो ही नहीं सकता… मधुलिका और अवैध सम्बन्ध … नामुमकिन " " हमने मधुलिका जी के मोबाइल में, कॉल रिकॉर्डिंग चेक की..., जिससे पता चला कि आपके वाइफ का आपके करीबी मित्र देवेंद्र के साथ अवैध संबंध था. देवेंद्र अक्सर मधुलिका जी के मोबाइल में कॉल किया करता था. पर एक बार उसने आपके घर के टेलीफोन में भी कॉल किया था. पर आप उस वक्त अपने ऑफिस में थे.... वैसे मधुलिका जी के पास दो -दो मोबाइल क्यूँ थे..? जैसा की आपने बताया है. और यदि थे तो … उनका दूसरा मोबाइल कहा है…? खैर.. वो तो हम पता कर ही लेंगे .. आप रिकॉर्डिंग सुनिए " बोलते हुए माधुरे अचानक चुप हो गया और बाहर बैठे हवलदार को आवाज देकर कहा कि वह कॉल रिकॉर्डिंग वाले सारे टेप लेकर आए.. जो कि उसने मधुलिका के मोबाइल से निकाले थे . मैंने, मधु और देवेंद्र के बीच हुई बातचीत कि कई रिकॉर्डिंग सुनी.. जिससे यह साफ हो गया कि मधुलिका और देवेंद्र के बीच अफेयर था और देवेंद्र, मधुलिका को ब्लैकमेल कर रहा था की या तो वह उसे दो करोड़ रुपए दे या फिर मुझे छोड़ कर उसके पास आ जाए.. माधुरे ने मुझे मधुलिका और देवेंद्र के बीच हुई बातचीत की आखिरी टेप भी सुनाया.. जिसमें मधुलिका, देवेंद्र से कहती है कि वह पहले देवेंद्र के घर जाएगी और फिर वहां से दोनों बैंक जाएंगे.. पुलिस स्टेशन में रिकॉर्डिंग सुन कर मेरा दिल बैठ गया और रह रह कर मुझे मधुलिका से हुई मेरी झड़प याद आ रही थी. "मैं देवेंद्र को छोडूंगा नहीं.... "रिकॉर्डिंग सुनने के बाद मैं गुस्से से काँप उठा " देवेंद्र को मारने का मन कर रहा है ना… ? मेरा भी किया था. दरअसल, मैं तो उसके घर भी गया था... लेकिन फिर मुझे उसके नौकर से पता चला कि देवेंद्र तो खुद 17 सितंबर से लापता है..." "देवेंद्र भी लापता है....? " अबकी मैं बुरी तरह चौका... "देवेंद्र भी उसी दिन से गायब है जिस दिन से आपकी पत्नी गायब है ... है ना मजेदार बात .. मेरा मतलब आप समझ गए होंगे कि मैं क्या कहना चाह रहा हूं... आपकी पत्नी यानी की मधुलिका जी, उस दिन प्लान के मुताबिक देवेंद्र के यहां गई थी... लेकिन फिर उसके बाद दोनों मानो छूमंतर हो गए... ना तो वह दोनों बैंक गए और ना ही उन दोनों को उसके बाद किसी ने देखा... वैसे देवेंद्र से आपकी आखरी बार बात कब हुई थी...?" "ठीक से याद नहीं पर शायद 10-12 दिन पहले मेरी उससे बात हुई थी... वह मुझ से उधार मांग रहा था पर मैंने उसे मना कर दिया.. जिसके बाद हम दोनों की बहस भी हुई थी..." " कैसे दोस्त हो आप, करन साहब... अपने दोस्त की मदद नहीं की... यदि आप मदद कर देते तो फिर वह मधुलिका जी को परेशान नहीं करता और आज आपकी पत्नी आपके साथ होती. पर क्या मैं जान सकता हूं कि देवेंद्र ने कितने पैसे मांगे थे और आपने क्यों मना कर दिया... क्योंकि, दोस्तों को जरूरत के वक्त धोखा देने वाले इंसान तो नहीं लगते आप..." " देवेंद्र मुझसे 50 लाख मांग रहा था. उसने मुझसे कहा कि अबकी बार शेयर मार्केट उसका है और बदले में वह मुझे 60 लाख रिटर्न करेगा..." " फिर तो आपको दे देना चाहिए था.." " यही बोल कर देवेंद्र पहले भी मुझसे ₹30 लाख ले चुका था... तो फिर मैं उसे और 50 लाख कैसे दे सकता था. यह जानते हुए भी कि वह वापस नहीं कर पाएगा.. बस इसीलिए मैंने उस दिन उसे मना कर दिया" " बस इसीलिए...." अपनी आंखें छोटी-छोटी करके मुझे घूरते हुए माधुरे माधुरे ने कहा...."खैर अब आप जा सकते हैं.. या फिर कहे तो.. एक एक कप चाय हो जाए.. वो क्या है कि चाय पीने में कौनो नुकसान थोड़ी है..."
madhura
24-Aug-2023 05:29 AM
nice
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Babita patel
13-Jul-2023 05:58 PM
fantastic story
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Yug Purush
02-Sep-2021 04:34 AM
Thanx friends🙏
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